संसद और विधान सभाएं हंगामे और राजनीतिक जोर-आजमाइश का केन्द्र बनती जा रही है। इस बीच उत्तर प्रदेश के विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर ने ऐतिहासिक फैसला लिया है। उन्होंने घोषणा की है कि सदन के भीतर कुर्ताफाड़ हंगामा करने वाले विधायकों की वीडियो रिकार्डिंग जनता को दिखाई जाएगी। विधायक के क्षेत्र में सीडी बंटवाई जाएंगी। ताकि जनता अपने प्रतिनिधि की कारगुजार देख सके। श्री राजभर का मानना है कि स्कूल में जब बच्चा उदृंड हो जाता है, तब उसके अभिभावक से शिकायत करनी पड़ती है। जनप्रतिनिधियों की अभिभावक जनता है। उसी ने चुनकर विधान सभा में विधायक को भेजा है। अभिभावक (जनता) को अपने विधायक के चरित्र के बारे में जानकारी होनी चाहिए।
उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश में विधान सभा की एक मिनट की कार्रवाही में तकरीबन एक लाख रुपए से अधिक खर्च होते हैं। हंगामे की वजह से कई बार पूरा सदन स्थगित करना पड़ता है। पूरे देश में इस पर चिंता व्यक्त की जा रही है। श्री राजभर कहते हैं कि भारी मन से उन्होंने सदन की कार्रवाही की सीडी जनता के बीच प्रदर्शित करने का फैसला किया है। उनका मानना है कि हंगामे का नुकसान विपक्ष को ही ज्यादा उठाना पड़ता है। प्रश्नकाल में विपक्ष के विधायक ही अधिकतर सवाल उठाते हैं। जन समस्याओं पर सत्तापक्ष को घेरने का यही मौका होता है। लेकिन, बार-बार विपक्ष खुद अपना बहुमूल्य मौका खो देता है। आगरा प्रवास के दौरान विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि फिलहाल सदन में अधिकतर विधायक युवा हैं। उन्हें सदन की मर्यादा का प्रशिक्षण दिया गया है।प्रदेश में श्री राजभर के इस कदम का स्वागत किया जा रहा है। हालांकि एक सवाल उठता है कि ऐसा प्रयास कहीं विधायकों के शक्ति प्रदर्शन का माध्यम न बन जाय।
1 comment:
बहुत बढ़िया!!
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